बैसाख २०,२०७७
-राम सागर चौधरी
इटहरी १२, खनार
थारु भासा मे आर के अर्थ चारकिल्ला या सिमाना हेछै। बान्ह के अर्थ बन्धन हेछै।
थारु समाज मे महामारी रोग से बचे लगिन धामी गुरुवा आपन साधना, तप, ज्ञान,
तन्त्रमन्त्र से परिवार, घर, गां ग्रामती के चार किल्ला भितर दरदेवताके सुमरिके
बान्हीदैक। येहाना बन्हनके छोटकरी मे अरबन्ही कहछै। थारु समाज हजारौं बछर से बहुते प्रकारके रोग महामारी से आपन ज्ञान
साधनासे समाजके बचते यलैस। अखने कोरोना के कहर से बिश्व त्रासद पुर्ण छै। ३१
डिसेम्बर २०१९ चीनमे पता लागल नयां कोरोनाभाइरस १९ के कहर बिश्वमे फेललै।
सेहास बिश्व स्वास्थ्य संगठन ११ मार्च २०२० मे कोरोना १९ के बिश्वब्यापी महामारी घोषणा
करलकै।
-राम सागर चौधरी
इटहरी १२, खनार

थारु समाजमे प्रचलित धामी गरुवाना मोरीहरी
गेलैस वकर वीद्या, ज्ञान चेलाना पुरा नै सिखेसाकलकै हे अखने ओरपोर हेलैस। यीने
महामारी के अवस्था मे सिध्दि प्राप्त धामी गुरुवाके सरसलाह हे उपायसे ग्रामिण
जनजीवनके रक्षा करेक। जलम से ल्याके मृत्यु तक, कुल पुजासे पुजाआजा ल्याके
बिहाबसन, डिहबास के गुनान हरेक काममे धामी गुरुवा के काम परछै।
धामी गुरुवा कथौन बिरामी कते गुणबान करे
जैक त घरसे बहरावे बखत सुतरमन्तर से आपन (आङबन्ही) देह के बान्हेक। सिदुवार पुगैक
त सिदुवार बान्ही दैक। घरके भितर ज्यासे पहिना चौकठ घर बान्ही दैक। तव बिरामी
देखीके खरीखुटी भाजीके बाटी बैठावैक। खरिखुटी देखिके दरदेवता के पाट बैठावैक। वेहा
बमोजिम दरदेवताके बोधानी, फेरानी, जन्तर मन्तर लगायत कौलापाती करिदैक। बडखी नाच
करे जैक त आपन मेरिया सव्हैके आङ बान्ही करिदैक। नाच देखावे ठाम सिदुवार बान्ही
दैक ताकी डैन जोगिन के बान मारल से बचावैक। यदी कुछुनी जानछै जन भन्सीघर के
कोनटिया देवता (कुलदेवता) सुमरी के सिरापाट से चिरखाके तेल या काजरके टिका कान
कपारमे लगलासे रोगबियाद, डैनजोगिन से बचछै कहिके अखनो तक बिश्वास करछै। अखनो खास
करिके छुम्मा निचना बच्चा के लग्यादेछै।
जकरा बालबच्चा नैहेछै त वकरा बालबच्चा
हवेके उपाय धामीना संगे छेलै। बालबच्चा के लगिन कौलापाती हे अरबन्ही करिदैक। गर्भबती
के गर्भ भडकछै त गर्भ अडावेके उपाय धामीना करछै। गर्भ भडकैक त कौलापाती हे अरबन्ही
करेक। भारी बिरामी परेक त वखरु कौलापाती हे अरबन्ही करिदैक। वहिने गांवमे महामारी
रोग नै लागोक कहिके गां-ग्रामतीके अरबन्ही करिदैक। अखने त बहुतो लोप हेलैस मतर
गर्भ भडकल रोके लगिन अखनो तक जानेवला धामीना अरबन्ही करिदेछै। अरबन्ही सबना धामी करे नैसाकछै। जेरा धामी तन्त्र मन्त्र, साधनासे
निपुर्ण छै वेहा करे साकछै।
दुखसांग, लगानीबझानी, डैनजोगीन, हवावयार,
भुतपिचास से रक्षा करेसे ल्याके स्वास्थ्य जीवन यापन करे लगिन जडिबुटी से अचुक
दवाई बनावेके ज्ञानसिप धामीना सङे छेलै। घरके दरदेवता (कोन्टिया) सिरापाट बैठावे, कुल
देवताके बोधनी, ग्रामदेवता के बोधनी, जलकुमारी के बोघनी, पांचो देवीके बोधनी,
डिहडिहवारनी, मलङ, अघोरीनाथ, गोरथनाथ के बोधनी लगायत भुतपिचासके समार करेके
क्षमतावान धामी अरबन्ही करेके सामर्थ रहछै। सामन्य रुपमे धामी गरुवाना अरवन्ही वकर
सिध्दि प्राप्त ज्ञान, तन्त्रमन्त्र हे निर्देशन पालन करलासे
उटा गाउँ घर, समाज,
ग्रामती रोग बियादसे
बचल रहेक। यीने अथाह ज्ञानके भण्डार थारु समाज से निर्मुल हवीरहलैस।
कथा २०२१-२२ साल दिसकर छेकी। हमे छुमा
छेनी छल त परोस टोलमे फौती (बिफर) महामारी मे पूरा गाउँ मे बहुतेझन मोरलासे गाउँ
उजाड बरलै । कतन्या परिवारके त बंश बिनास हेलै। हमरा कनजिन कनजिन फम छै। पाछु
सियान हेनी तव हमर नाना श्री चीतनारायण चौधरी से खोज पुछार करलासे बहुते बात थाहा
पेनीछल। यकरसे पहिना क्याबेर हैजा फौतीके चपेटमे परिके बटेमरा गां तहसनहस हेली छल।
यीना दुख पीडा खेपल ग्रामती हतास हे निरास रहेक। सेहास आपन गाउँ मे फेन यीने बिपत
नै आवोक कहिके पूरा ग्रामती बैठकि करिके घामी पाही अरबन्हि करलकी छल। सेहास गाउँ
मे फौती रोग नैपैसे पेलकै कहिके बिश्वास करलकै। जब शान्ति सामत हेलै म्याद पुगलासे
थानके अखडिया पुजासे पहिना अरबन्ही खोली देलकै।
हमर नाना महन्थ श्री १०८ छलि दास चौधरी
बडखी ओझागुनी, जडीबुटीके बिज्ञ रहेक। वहिने ओझा श्री चेरु धामी, ओझा श्री नन्दलाल
माझी, ओझा श्री तनुकलाल चौधरी नाम चलल धामी रहेक। हमर जिज्ञासु स्वभाव बच्चासे
हेलके कारण यीना बिषयमे ओझाना से पुछताछ करेन। कतन्याके जवाव दैक कतन्याके मतलव
नैराखेक हे जवाव नैदैक।अरबन्ही त झाङड धामी करलकी छल मतर ओखरु सिकर सहमति रहेक।
धामीरा के बडी धुमधामसे गोटे गौंवा फुल के
मला, अबिर लग्याके सम्मान करलकै छल। गोटे ग्रामाती मे हर्षोउल्लास से भोरलरहेक। अरबन्ही
के कुछ नियम कठोरता से गोटे गरामती गछदारके अगुवाईमे पालन करलकै। नियम रहेक :-
१. गाउँ से बहार कोई मत जो।
२. दोसर गाव से कोई मत या।
४. गाव से सनेशबेसा दोसर ठाम नै पठा।
बहारके सनेस बेसा मत ले।
५. आपन घर मे जेछु वेहासे निरवाह कर।
६. कखरु कते मत जो।
७. दारुभांङ, मासु तिमन मत खो।
८. गफसप करना छु जन फरखै से कर।
९. हाट बजार घरके मुध तुरुन्त जो तुरुन्त लौट।
१०. के कते कुन करलकै गछदार के खवर कर।
११. बहार से गाउँ पैसे बखत हाथ टेयाङ धो।
१२. सिदुवारी मे हाथ ट्याङ धो।
१३. आगिनमे हाथ टेङ सेद।
१४. घर येङन गोगर से निपापोछा कर।
सफासुथरा राख।
१५. सांझ देवघरम दरदेवताके धुपबाती संझा
दहै।
१६. आपत बिपतमे तुरुन्त खबर कर।
१७. नियम उलंघन करेवलाके शारीरिक, आर्थिक
जरिवाना ।
यीना नियम बडी कठोरतासे गौंवाग्रामती,
गछदार पालन करैक करावैक। यीना काम गोप्यरुप से करल गेलैछल। पेट फुटे मतर मुख
नैफुटे कहिके चिरयारी चौर खियाके सपथ खियलकि छल। गाउँ ग्रामतीके परिवारजन निके
कुसले रहलै। अरबन्ही करल बात बाहरी समाजके कखरु पता नै चललै। यदि दोसर धामी गरुवा
थाहा पेलासे अरबन्ही खोली देलासे गाउँ ग्रामती मे चटपट सोतर उठली हतना। सेहास
गोप्य छेलै। सेहास राजाना यीने महापुरुष सिध्द धामी, गुरुवा के महामरी नियन्त्रण
करेके सामर्थ्य हेलनाके राजधामी के मानपदवी हे जागिर दैक। थारु समाज से यीने असल
ज्ञानगुण लोप हेलैस। यीटा अपुर्णिय क्षती समाज हे देश के हेलैस। थारु समाजमे
माननिय बिछु धामी, सडियो धामी रहेक। जकर नामसे अखनो ग्रामथानमे पुजा चढछै।
३१ डिसेम्बर २०१९ मे नयां कोरोनाभाइरस १९
रोग चीन, हुवेई प्रान्त के वुहान शहर सुरु हवीके ईटली, फ्रान्स, बेलायत, इरान,
संयुक्त अमेरिका जगायत बिश्वमे फेललिस। नेपाल लगायत परोसिया देश भारत, बंगलादेश,
पाकिस्तान, श्रीलंका, भुटान समेत मे कोरोना के कहर बजडी गेलैस। सेहासे कोरोना
बिश्वब्यापी कहर से बचेलगिन सवना देश आपन आपन उपाय करिरहलैस। भरखर कोरोना के कहर भारत,
नेपाल मे पैंसी गेलछै।
सेहास भारत सरकार हे नेपाल सरकार सेल्फ
क्वारेन्टाइन , सेल्फ लक डाउन के आदेश जारी करलकैस। यिटा
सकारात्मक बात छेकै। थारु समाजमे प्रचलित अरबन्ही हे अखने नेपाल सरकार के लक डाउन
एके छेकै। फरक यतन्याना छै कि पहिला थारुना समाजिक तौरसे अरबन्ही (लक डाउन) करेक
अखने सरकार के तरफ से गोटे देश अरबन्ही (लक डाउन) करलछै। थारुनाके हमामारी
नियन्त्रणके ज्ञानसिपके बैज्ञानिक प्रमाणिकरणके यीटा बरिय प्रमाण छेकै। सबकोई पालन
करम हे बचम बचावम।
*******
No comments:
Post a Comment